बाबा ने कहा, “तू टूटना मत !”… पैरों की थिरकन फिर कभी नहीं रुकी
” मुझे लगता है, अगर मैं परफॉर्मेंस के पैसे लेने लगूँ, तो मेरे बच्चे (स्टूडेंट्स) क्या सीखेंगे? उन्हें लगेगा पैसा ही सब कुछ है। मुझे लगेगा मैं अपना डांस बेच रही हूँ। मेरे पास कुछ बहुत ग़रीब बच्चे आते हैं, तो मैं उनसे फ़ीस नहीं लेती।”