Short stories

कागज़ का गुलाब

मौका ही नहीं होता था बात करने का। जब तक वह लड़की अख़बार लेने बालकनी में आती, तब तक राजू नीचे जा चुका होता। इन दोनों की ओर से मानो डोरबेल ही एक-दूसरे से बात करती थी…

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